लुडविग विट्गेन्स्टाइन के उद्धरण
सुकरात के संवादों को पढ़ते हुए यह प्रतीत होता है : समय की कैसी भयानक बर्बादी है! ऐसे तर्कों का क्या लाभ जिनसे न तो कुछ सिद्ध होता हो और न ही किसी बात का खुलासा?
-
संबंधित विषय : समय