केदारनाथ सिंह के उद्धरण

साहित्य की यह ताक़त कि वह हर चीज़ को खाद में बदल ले, बड़ी ताक़त है। मीडिया को भी इस रूप में पचाने की ताक़त साहित्य रखता है, कला रखती है, ऐसा मेरा विश्वास है।
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