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मनोहर श्याम जोशी के उद्धरण

प्रेम का तर्क अलंकारापेक्षी नहीं, वह सहज ऋजु है: मेरी निजता तुझसे है, मेरी अस्मिता तू ही है।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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