क्षेमेंद्र के उद्धरण

पतित अथवा पथभ्रष्ट होकर भी बुद्धिमान पुरुष पुनः उठ जाता हैं, किंतु मूर्खबुद्धि नहीं।
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संबंधित विषय : मूर्ख
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