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महात्मा गांधी के उद्धरण

मैं मानव-जाति की सेवा के द्वारा ईश्वर-दर्शन का प्रयत्न कर रहा हूँ; क्योंकि मैं जानता हूँ कि ईश्वर न तो ऊपर स्वर्ग में है, न नीचे किसी पाताल में, वह तो हर एक के हृदय में विराजमान है।