ओल्गा तोकार्चुक के उद्धरण

मैं ख़ुद के सिवा कोई और नहीं हो सकती। यह कितना भयानक है। हम यह सोचना पसंद करते हैं कि हम स्वतंत्र हैं, कभी भी ख़ुद को फिर से बना सकते हैं।
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