Font by Mehr Nastaliq Web

तिरुवल्लुवर के उद्धरण

महानता सदा विनय-संपन्न होती है। तुच्छता अपने आपको श्रेष्ठ मानकर सदा गर्दन ऊँची किए रहती है।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

रजिस्टर कीजिए