Font by Mehr Nastaliq Web

श्रीनरेश मेहता के उद्धरण

जो जितना ही संवेदनशील और संस्पर्शी व्यक्ति होता है, उसके लिए जीवन प्रत्यक्ष से अधिक अप्रत्यक्ष होता है।