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रसूल हमज़ातोव के उद्धरण

जिस चीज़ की तारीफ़ करते हो, बाद में उसी को बुरा नहीं कहो। अगर बुरा कहते हो तो बाद में तारीफ़ न करो।

अनुवाद : मदनलाल मधु