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महात्मा गांधी के उद्धरण

जगत में पारसियों की उदारता के समकक्ष कोई नहीं पहुँचता। पारसियों में दूसरों की अच्छाई को परखने और उसे अपनाने की भी पर्याप्त शक्ति है। पारसियों-जितनी छोटी किंतु विख्यात क़ौम दुनिया में दूसरी नहीं है।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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