Font by Mehr Nastaliq Web

लास्ज़लो क्रास्ज़्नाहोरकाई के उद्धरण

फ़िल्मों में आपके पास इतनी गुंजाइश नहीं होती। आप कहानी से दूर नहीं जा सकते, आपको जो कहना है, कहानी के भीतर कहना है। किताब में आप कहानी के दो हिस्‍सों के बीच आसानी से अपनी बात कह सकते हैं, चिंतन कर सकते हैं।

अनुवाद : गीत चतुर्वेदी