जॉर्ज बर्नार्ड शॉ के उद्धरण
दूसरों के साथ वैसा मत करो जैसा आप चाहते हैं कि वे आपके साथ करें। ज़रूरी नहीं कि आपकी और उनकी पसंद एक जैसी हो।
-
संबंधित विषय : मनुष्य