Font by Mehr Nastaliq Web

सुमित्रानंदन पंत के उद्धरण

छंद भी अपने नियंत्रण से राग को स्पंदन, कंपन तथा वेग प्रदान कर, निर्जीव शब्दों के रोड़ों में एक कोमल, सजल कलरव भर उन्हें सजीव बना देते हैं।