नलिनीबाला देवी के उद्धरण

भारत की संजीवनी यहाँ के प्रत्येक धूलिकण में सनी हुई हैं। इतिहास के पत्रों में महत्त्वपूर्ण पुण्यलिपियाँ लिखी हुई है। यहाँ का अनंत विज्ञान, ज्ञान और महिमा प्रख्यात हैं। अमर आत्मा के प्रज्ञा-लोक की रश्मि से विश्व प्रकाशित है।
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