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रसूल हमज़ातोव के उद्धरण

अगर तुम बहुत अरसे से अपने गाँव नहीं गए और तुम्हें यह मालूम नहीं कि वहाँ क्या हाल-चाल है, तो यह दावा नहीं करो कि तुम अभी-अभी अपने गाँव से लौटे हो।

अनुवाद : मदनलाल मधु