उपन्यास के उपकरण
उपन्यास की समीक्षा तथा उसके स्वरूप-निर्धारण के प्रयत्न अधिक नवीन हैं। काव्य के संबंध में देश और विदेश में दो हज़ार वर्ष से भी अधिक हुए जब चिंतन तथा विवेचन प्रारंभ हो गया था, किंतु उपन्यास की कला तथा उसके मूलगत सिद्धांतों पर सम्यक विचार पिछले सौ वर्षों