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उलाहने

ulahane

अनुवाद : गिरधर राठी

डैनियल वाएसबोर्ट

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    हमेशा ऐसे लोग होते हैं जिनकी

    मौत अचानक चिहुँका जाती है।

    उनके उलाहने उपेक्षित रहते हैं, या हँस कर टाल दिए जाते हैं।

    बहरहाल उन को अहमियत नहीं मिलती

    यहाँ तक कि ख़ुद उन से,

    या ऐसा लगता है।

    उलाहने किसी के हों, तरह देना ठीक नहीं।

    चाहे वे कमर सीधी करती महरी के हों,

    चाहे वे भूतपूर्व पत्नी के हों, अब जब बच्चे घर छोड़ रहे,

    चाहे ख़ुद अपने हों।

    कहते हैं इसको थकान।

    कहते हैं इसको जो चाहो कह लो

    मत करो उपेक्षा इन उलाहनों की।

    कम-अज़-कम उनकी उपेक्षा तो मत करो।

    स्रोत :
    • पुस्तक : प्यास से मरती एक नदी (पृष्ठ 225)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : डैनियल वाएसबोर्ट
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
    • संस्करण : 2020
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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