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निर्वसना तुम होगी

nirvasna tum hogi

फ़्रांसी जेम

फ़्रांसी जेम

निर्वसना तुम होगी

फ़्रांसी जेम

और अधिकफ़्रांसी जेम

    निर्वसना तुम होगी कक्ष में प्राचीन वस्तुओं के बीच

    पतली लंबी, उजाले की बंसी की तरह

    गुलाबी आग के सम्मुख घुटने समेटे

    तुम जाड़े का मंद मर्मर सुनोगी

    तुम्हारे चरणों के निकट मैं तुम्हारे घुटने अपनी अंजलियों

    मैं सहेजे,

    तुम्हारी सलज मुस्कान, लतर की टहनियों से भी मंद, अनुकूल

    मेरी माथे की लटें तुम्हारी जंघाओं पर बिखरी

    और मेरी आँखों में आँसू कि आह तुम

    कितनी अच्छी हो

    अच्छा लगेगा हम दोनों का एक दूसरे पर अभिमान करना

    और मैं तुम्हारे कंठ को आहिस्ते से चूम लूँगा और तुम

    मेरी पलकों को, और तुम मेरी ओर देखकर मुस्का दोगी

    अपनी सुकुँवार गर्दन को ज़रा सा मोड़कर

    और जब बूढ़ा नौकर स्वामिभक्त और बीमार सा,

    द्वार पर दस्तक देगा—कहेगा “खाना तैयार है!,

    तुम चौंक जाओगी, लजा जाओगी और अपनी पतली बाँहें

    लहरा कर अपने भूरे वस्त्र सम्हाल लोगी

    और जब तक हवा दरवाज़े में से आए

    और पुरानी बेमरम्मत घड़ी ग़लत वक़्त के घंटे बजाए

    तुम अपने पाँव—हाथी दाँत के सुगंध बसे,

    काले आच्छादनों में वापस छिपा लोगी

    स्रोत :
    • पुस्तक : देशान्तर (पृष्ठ 326)
    • संपादक : धर्मवीर भारती
    • रचनाकार : फ़्रांसी जेम
    • प्रकाशन : भारतीय ज्ञानपीठ, काशी
    • संस्करण : 1960
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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