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छोटे प्याज़

chhote pyaaz

क्रेग रेन

अन्य

अन्य

क्रेग रेन

छोटे प्याज़

क्रेग रेन

और अधिकक्रेग रेन

    कई उघाड़े छोटे प्याज़ प्रस्तुत कर

    रहे हैं एक शांत गान सितार पर

    और मग्नोलिया करती है नृत्य गतिहीन

    अनेकों हाथों वाले देवता की तरह, कनेर

    फूलता है अपनी मुड़ी हुई उँगलियों की नोक पर

    हम घास की निश्वास लेते हैं

    और अपनी आँखों से सुनते हैं

    ग्रीष्म के दीर्घ धीमे राग को

    हवा को अपने कंपन से मोड़ते…

    पत्थर खाए फूल ताकते हैं सूर्य

    शिशु विचार करता है अपनी नाभि पर

    होशियार इतना कि कहा जाए,

    गुरु एक सुगंधित उद्यान का

    मैं तुम्हारी गरदन में एक तबला देखता हूँ

    प्रदर्शित करते अपनी जटिल ताल

    और जानता हूँ कि देते हैं बिंब

    हर तरह का आहार,

    हर भिक्षुक इंद्रिय को भिक्षा,

    हरेक अवतार विनयशीलता का,

    कूड़ादानी फूलती है माँसभरे समोसों की तरह

    स्रोत :
    • पुस्तक : पुनर्वसु (पृष्ठ 395)
    • संपादक : अशोक वाजपेयी
    • रचनाकार : क्रेग रेन
    • प्रकाशन : राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
    • संस्करण : 1989

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