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मरने से ज़रा पहले

marne se zara pahle

शहबाज़ रिज़वी

शहबाज़ रिज़वी

मरने से ज़रा पहले

शहबाज़ रिज़वी

और अधिकशहबाज़ रिज़वी

    बहुत मुश्किल होता है

    किसी तैराक का नदी में डूब कर मरना

    घर कभी नहीं चाहता

    उन लोगों पर गिरना

    जो उसमें रहते हों

    बहुत मुश्किल होता है

    उन जंगलों में गुम होना

    जिनके पेड़ आपके दुःख सुनते हों

    मरुस्थल कभी नहीं चाहता—

    उसके सामने कोई प्यासा मरे

    बहुत मुश्किल होता है

    उन गलियों में भटकना

    जहाँ आपने अपना बचपन जिया हो

    बाप कभी नहीं चाहता

    उसकी उँगली

    उसके बेटे की मुट्ठी से फिसल जाए

    बहुत मुश्किल होता है

    जब आप अपनी ही मिट्टी पर

    अजनबी बना दिए जाएँ

    माँ कभी नहीं पूछती कि

    उसकी पीठ से लगने वाला कौन है

    बहुत मुश्किल होता है

    उस साथी का बिछड़ना

    जिससे मोहब्बत के अलावा

    हर तरह का रिश्ता हो

    साँस का चलना ही अगर ज़िंदगी है

    तो मैं भी सबकी तरह ज़िंदा हूँ

    स्रोत :
    • रचनाकार : शहबाज़ रिज़वी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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