Font by Mehr Nastaliq Web

गठरी में धरे हैं कुछ शब्द

gathri mein dhare hain kuch shabd

अलका सिन्हा

अलका सिन्हा

गठरी में धरे हैं कुछ शब्द

अलका सिन्हा

और अधिकअलका सिन्हा

    गठरी में धरे हैं कुछ शब्द

    बेसुध पड़ी घड़ियों की तरह।

    वर्तमान समय से

    टूट चुका है उनका संवाद

    रीत चुकी है उनकी बैटरी

    आजकल चलते नहीं हैं ये शब्द।

    फिर भी, बंद पड़ी घड़ियों की तरह ही

    इन्हें भी दे नहीं पाई मैं

    किसी कबाड़ी को।

    संभाल रखा है इन्हें मैंने

    रूह की गठरी में!

    इन शब्दों से जुड़ा है मेरा बचपन

    इन शब्दों ने गढ़ा है मेरा जीवन

    हर शब्द पर लगा सकती हूँ मैं

    जान की बाज़ी।

    मानती हूँ, हाँ में हाँ मिलाने का

    अब नहीं रहा रिवाज

    बच्चे भी रख सकते हैं अपने तर्क

    अपनी बात।

    काफ़ी मददगार हैं आजकल

    ऐलेक्सा, कॉर्टाना और सिरी

    तीर्थाटन की जगह ले रहे हैं वृद्धाश्रम।

    यह भी सही है कि

    आधुनिक टीचर या कोच सक्षम हैं काफ़ी

    सफलता दिलाने में

    फिर भी, मैंने संभाल रखे हैं

    आज्ञाकारी, पितृभक्ति

    और गुरु वंदन जैसे कुछ शब्द

    ययाति और श्रवण कुमार जैसे कुछ नाम।

    भले ही ज़रूरत नहीं अब गणित के पहाड़े

    या कठिन शब्दों की स्पेलिंग रटने की

    कंप्यूटर सहज ही सुलझा देता है 

    बड़े-बड़े समीकरण

    और सुधार देता है वर्तनी की अशुद्धियाँ 

    फिर भी, उँगलियों से जोड़कर बताना कोई हल

    उल्लसित करता है

    गुड मॉर्निंग के प्रत्युत्तर में

    ‘ख़ुश रहो’ कहते हुए इतराती है ज़ुबान।

    भले ही बेमानी हो गए हैं

    कई शब्द और उनकी संकल्पनाएँ

    बेसुध पड़ी घड़ियों की तरह

    रीत चुकी है इनकी बैटरी

    फिर भी, पीठ पर लादे इनकी गठरी

    असंगत-सी चली जा रही हूँ मैं

    आधुनिक सभ्यता की चिकनी सड़कों पर।

    स्रोत :
    • रचनाकार : अलका सिन्हा
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

    संबंधित विषय

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

    Additional information available

    Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.

    OKAY

    About this sher

    Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.

    Close

    rare Unpublished content

    This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.

    OKAY