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एक अदद मानचित्र

ek adad manachitr

ऋतु कुमार ऋतु

अन्य

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ऋतु कुमार ऋतु

एक अदद मानचित्र

ऋतु कुमार ऋतु

और अधिकऋतु कुमार ऋतु

    सच्चाई सिर्फ़ यही नहीं कि

    छूट गई है मेरी दुनिया

    सच्चाई यह भी है कि

    जी रहा हूँ

    उसके बिना भी

    विसंगतियों और अनिच्छाओं से भरी इस दुनिया ने

    है मुझे पाला

    बड़ा किया मुझे

    इसी ने बताया मुझे कि

    यह दुनिया मेरी नहीं है

    कोई नहीं जानता

    कहाँ छूट गई है मेरी दुनिया

    कितना बिलख रहा हूँ

    बेआवाज़

    उसके बग़ैर

    सिर्फ़ उसकी एक झलक के लिए

    यह कैसी त्रासदी है कि

    किसी साज़ में

    किसी रंग में

    किसी साँचे में

    ढल नहीं पाती मेरी आवाज़

    किसी कैनवस पर

    चित्रित नहीं कर पाता कोई चित्रकार

    मेरी आह

    मेरी पीड़ा

    मेरी भाषा

    मेरे संसार का एक अदद मानचित्र।

    स्रोत :
    • पुस्तक : इस नाउम्मीदी की कायनात में (पांडुलिपि)
    • रचनाकार : ऋतु कुमार ऋतु

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