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चाहिए अपनी समूची एकाग्रता

chahiye apni samuchi ekagrata

अनुवाद : गिरधर राठी

डैनियल वाएसबोर्ट

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चाहिए अपनी समूची एकाग्रता

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    चाहिए अपनी समूची एकाग्रता,

    चलना हो अगर

    मृत्यु के सूक्ष्म निर्देशों पर।

    एक भी पल नहीं गवाने को,

    किसी और चीज़ की गुंजाइश नहीं!

    मेरा मतलब है कि जो था अन-किया

    रहना है उसको सदा अन-किया।

    जो कुछ हुआ पूरा अब तक

    बस वही रहता है अनन्तर।

    और ये प्राणी?

    जैसे, यह बिल्ला?

    बात तो वही है।

    वह है मृत्यु के पाश में।

    सिर्फ़ हम उसकी

    नाक को, बग़लों को

    दरस-परस सकते हैं।

    अब उस के सँकरे कपाल में

    हमारे लिए कोई गुंजाइश नहीं रही।

    स्रोत :
    • पुस्तक : प्यास से मरती एक नदी (पृष्ठ 224)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : डैनियल वाएसबोर्ट
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
    • संस्करण : 2020
    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों का व्यापक शब्दकोश : हिन्दवी डिक्शनरी

    ‘हिन्दवी डिक्शनरी’ हिंदी और हिंदी क्षेत्र की भाषाओं-बोलियों के शब्दों का व्यापक संग्रह है। इसमें अंगिका, अवधी, कन्नौजी, कुमाउँनी, गढ़वाली, बघेली, बज्जिका, बुंदेली, ब्रज, भोजपुरी, मगही, मैथिली और मालवी शामिल हैं। इस शब्दकोश में शब्दों के विस्तृत अर्थ, पर्यायवाची, विलोम, कहावतें और मुहावरे उपलब्ध हैं।

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