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अप्पन प्रेमक संदर्भमे

appan premak sandarbhme

अरुणाभ सौरभ

अन्य

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अरुणाभ सौरभ

अप्पन प्रेमक संदर्भमे

अरुणाभ सौरभ

और अधिकअरुणाभ सौरभ

    हमर प्रेम

    फिल्मी गीतक धुन नहि

    जकरा अहाँ कखनो बजा दी

    शॉपिंग मॉलक आगाँक शो-पीस

    नकली कलात्मक झोपड़ि नहि

    जकरा अहाँ कखनो उजाड़ि दी

    हमर प्रेम

    अहाँक टेबुलपर पसरल

    अस्त-व्यस्त फाइल नहि

    जकरा अहाँ कखनो समेटि कए फेक दी

    हमर प्रेम

    अहाँक कोठरीक कोनमे लागल

    टेबुलपर हँसैत

    लॉफिंग बुद्धाक छोट-छीन मुरुत छी

    टेबुल लैम्प बुतेलाक बाद

    पसरल अन्हारमे अहाँक श्वासक स्वर छी

    यांत्रिक शताब्दीमे

    लुप्त भऽ गेल किछु वस्तुक स्मरण

    कचोटैत हृदयक भावनात्मक प्रलाप

    त्रस्त थाकल मोनमे बनैत-मेटाइत

    चित्रक कैनवासिक रूप

    विस्तृत भूगोलमे पसरल एक-एक

    लोक कथाक शब्द-चित्र

    झरैत महुआक गंध, सुखायल मौलसिरी

    पेरायल केतारीक रस

    हमर प्रेम

    नोटपर छपल हँसैत गाँधीक फोटो नहि

    जे क्रय-विक्रय केर अनिवार्य शर्त होइ

    हमर प्रेममे एकटा देहो अछि

    अहाँक सोन सन देह

    अहीँक देहसँ उत्सर्जित, विसर्जित

    अहीँक चिरकालिक स्पर्शसँ आतुर,

    वासनायित

    हमर प्रेम

    अहीँक ठोरक पोर-पोर केर

    एक-एकटा रेघा

    आलिंगनमे बद्ध

    चुंबनसँ दीप्त

    अहीँक देहक एक-एक भाषाक

    भावनात्मक अनुवाद छी

    स्रोत :
    • पुस्तक : एतबे टा नहि (पृष्ठ 70)
    • रचनाकार : अरुणाभ सौरभ
    • प्रकाशन : नवारम्भ
    • संस्करण : 2017

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