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आउ हमर गाम

aau hamar gaam

अरुणाभ सौरभ

अन्य

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अरुणाभ सौरभ

आउ हमर गाम

अरुणाभ सौरभ

और अधिकअरुणाभ सौरभ

    छोडू विद्यापति आब शिवसिंहक धाम

    आउ बसु, आब हमर गाम

    देखू एतौका समाजकेँ

    बहुत दिन धरि गेल राधाक नख-शिखपर दृष्टि

    केलियैक कृष्णक चल-चितवनक सृष्टि

    किंवा राजाक नगर अट्टालिका प्रासादक वर्णन

    आब लिखू हमर गामक खिस्सा

    सत्ते गप्प!

    कोना मरलै मंगली

    दहेज कारणें फँसरी लगाकेँ

    कोना मरल हमर प्रिय दोस खालिद

    हिन्दु-मुसलमान केर दंगामे

    कोना जरैत रहल

    सबहक खोपड़ि

    लहासकेँ कन्हा दय बला केओ नहि

    नहि तँ कमसँ कम

    हे नवका विद्यापति

    अहीँ लिखू श्रम-संघर्षक कथा

    सुनू तान धनरोपनीक

    वा धनकटनीमे कचियाक सनसन स्वर

    गिट्टी फोड़ैत जनानी केर

    हथौड़ीक टंकार

    पनभरनीक कोकिल कंठी-तान

    वा कोसीक कछार परका बाढ़िमे

    भासल जिनगीक गाथा

    डुबैत शहर गाम एक्के संग

    लिखू विद्यापति!

    घिनायल-मिनायल, लूल्ह नांगरक कथा

    आउ विद्यापति!

    यैह लिखऽ लेल

    हमर गाममे अपनेक स्वागत अछि

    स्रोत :
    • पुस्तक : एतबे टा नहि (पृष्ठ 46)
    • रचनाकार : अरुणाभ सौरभ
    • प्रकाशन : नवारम्भ
    • संस्करण : 2017

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