बेटी तोर सपनामे एक इन्द्रधनुष
पैरे-पैर उतरय, गोरे गोर उतरय
तोहर नीनमे चिरैयक पाँखि उड़य
एक गीत के किरिन भोरे-भोर उचरय
एक जंगल लाल बिरिछसँ भरल
अरिपन काढ़ल चौमुख पोखर
रोटीसँ लुबधल डारि-डारि
पुरइन संग झलमल बड़-पीपर
तोहर फ्राकक जेबमे अनार भरल
करविलक लाल टहनी गमकय
हरियर धानक ओ काँच सीस
दूधक आखर पोरे-पोर सगुनय
तोर तरहथ बहय अकासगंगा
रोसनीक नदी ने कहियो सूखय
तीसी-जौ-गहुमक खेत-खेत
दुनू चान-सुरुज एकटक देखय
बेटी तोर आंगुरसँ रचल कविता
आँखिक उदास पाँतर परसय
तोर देहक गंध पहिर देहरी
हरदम लागय जे तिहार बरसय
तोहर हँसी नहायल हवा बहत
फर-फर उड़ियायत रिबन लाल
देखितहि जरि जायत दुखक बोन
नवका दिन भेटत कमल-ताल
बेटी तोर संघर्षक माँजल मन
सोनक कलसी झलमल झलकय
जेना बाढ़य मौसम, रौद, गाछ
ओहिना आँखिक आशा निखरय
- पुस्तक : मेघ इन्द्रनील (पृष्ठ 15)
- रचनाकार : शान्ति सुमन
- प्रकाशन : अभिधा प्रकाशन
- संस्करण : 2005
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