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बेटीक लेल एक गीत

betik lel ek geet

शान्ति सुमन

शान्ति सुमन

बेटीक लेल एक गीत

शान्ति सुमन

और अधिकशान्ति सुमन

    बेटी तोर सपनामे एक इन्द्रधनुष

    पैरे-पैर उतरय, गोरे गोर उतरय

    तोहर नीनमे चिरैयक पाँखि उड़य

    एक गीत के किरिन भोरे-भोर उचरय

    एक जंगल लाल बिरिछसँ भरल

    अरिपन काढ़ल चौमुख पोखर

    रोटीसँ लुबधल डारि-डारि

    पुरइन संग झलमल बड़-पीपर

    तोहर फ्राकक जेबमे अनार भरल

    करविलक लाल टहनी गमकय

    हरियर धानक काँच सीस

    दूधक आखर पोरे-पोर सगुनय

    तोर तरहथ बहय अकासगंगा

    रोसनीक नदी ने कहियो सूखय

    तीसी-जौ-गहुमक खेत-खेत

    दुनू चान-सुरुज एकटक देखय

    बेटी तोर आंगुरसँ रचल कविता

    आँखिक उदास पाँतर परसय

    तोर देहक गंध पहिर देहरी

    हरदम लागय जे तिहार बरसय

    तोहर हँसी नहायल हवा बहत

    फर-फर उड़ियायत रिबन लाल

    देखितहि जरि जायत दुखक बोन

    नवका दिन भेटत कमल-ताल

    बेटी तोर संघर्षक माँजल मन

    सोनक कलसी झलमल झलकय

    जेना बाढ़य मौसम, रौद, गाछ

    ओहिना आँखिक आशा निखरय

    स्रोत :
    • पुस्तक : मेघ इन्द्रनील (पृष्ठ 15)
    • रचनाकार : शान्ति सुमन
    • प्रकाशन : अभिधा प्रकाशन
    • संस्करण : 2005

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