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महाराष्ट्र के रचनाकार

कुल: 103

सातवें दशक की प्रगतिशील धारा के प्रमुख कथाकार। ‘पहल’ पत्रिका के संपादक के रूप में समादृत।

‘मधुशाला’ के लिए मशहूर समादृत कवि-लेखक और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

ब्रिटिश लेखक। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

प्रगतिशील शायर और गीतकार। प्रतिष्ठित पुरस्कार 'पद्मश्री' से सम्मानित।

परंपरागत जल स्रोतों के पुनरुद्धार और जल-संरक्षण के लिए चर्चित। 'आज भी खरे हैं तालाब' प्रसिद्ध कृति। 'गाँधी मार्ग' पत्रिका के संस्थापक-संपादक। गांधीवादी पर्यावरणविद्।

सुप्रसिद्ध गीतकार। विद्रोही और प्रगतिशील विचारों के लिए उल्लेखनीय।

अत्यंत लोकप्रिय गीतकार और फ़िल्मकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित मराठी कवयित्री। कविता में स्त्री स्वर के लिए उल्लेखनीय।

समादृत कवि-कथाकार और पटकथा-लेखक। ‘आधा गाँव’ और ‘टोपी शुक्ला’ सरीखे उपन्यासों के लिए स्मरणीय।

प्रगतिशील कथाकार। कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना, अनुवाद आदि गद्य विधाओं के साथ-साथ पद्य लेखन में भी प्रवीण। 'मुर्दों का टीला' ख्याति का मूल आधार।

‘तू ज़िंदा है तो ज़िंदगी की जीत में यक़ीन कर...’ के रचयिता और लोकप्रिय गीतकार। सिनेमा और प्रगतिशील आंदोलन से संबद्ध।

मराठी नाटककार, निबंधकार और पटकथा लेखक। राजनैतिक-सामाजिक कार्यकर्ता। 'पद्मभूषण' और 'संगीत नाटक अकादमी' पुरस्कारों से सम्मानित। 'घासीराम कोतवाल' नाटक प्रसिद्धि का आधार।

नई पीढ़ी के श्रेष्ठ कवि-कथाकार। सिनेमा के संसार से भी संबद्ध।

हिंदी के चर्चित कवि-कथाकार और अनुवादक। 'आलाप में गिरह'. 'न्यूनतम मैं', 'ख़ुशियों के गुप्तचर' शीर्षक से तीन कविता-संग्रह प्रकाशित। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

सुप्रसिद्ध हास्य कवि।

मराठी के समादृत और अत्यंत लोकप्रिय कवि-नाटककार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित अभिनेता और रंगकर्मी। समय-समय पर गद्य और कविता-लेखन।

सुविख्यात कवि-गीतकार और संपादक। सिनेमा के लिए लिखे गए गीतों के लिए भी चर्चित।

हिंदी सिनेमा से संबद्ध लोकप्रिय गीतकार-कवि और पटकथा लेखक।

हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय कवि-गीतकार। पटकथा और विज्ञापन-लेखन के लिए भी मशहूर।

सुप्रसिद्ध हास्य कवि।

लोकप्रिय हिंदी कवि-गीतकार, नाटककार और अभिनेता।

सुपरिचित गुजराती कवि-लेखक।

नई पीढ़ी के कवि। व्यंग्य और अनुवाद के संसार में भी सक्रिय।

इस सदी में सामने आईं कवयित्री। स्त्रीवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-लेखक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

मराठी और अँग्रेज़ी के सुप्रसिद्ध कवि-लेखक-समीक्षक-अनुवादक के साथ ही चित्रकार, शिल्पकार और फ़िल्मकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित

कविता-पटकथा और समीक्षा की विधा में सक्रिय।

सिक्खों के दसवें और अंतिम गुरु। 'खालसा पंथ' के संस्थापक। 'चंडी-चरित्र' के रचनाकार।

सुपरिचित कवयित्री और कथाकार।

आठवें दशक के कवि-लेखक और संपादक। संस्मरण-लेखन और अनुवाद-कार्य के लिए भी उल्लेखनीय।

नवें दशक के कवि। उपन्यास और नाट्य-लेखन में भी सक्रिय।

सुप्रसिद्ध हास्य कवि।

नई पीढ़ी के कवि। कला और सिनेमा के संसार से संबद्ध।

सुपरिचित कवि-आलोचक। ‘पृथ्वी पर एक जगह’ शीर्षक कविता-संग्रह उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री-कथाकार और नाटककार। दलित-संवेदना और स्त्री-सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

'साहिब पंथ' से संबंधित संत कवि।

सुचर्चित गीतकार।

सुपरिचित कवि-आलोचक और अनुवादक। 'अदृश्य हो जाएँगी सूखी पत्तियाँ', 'चाहे जिस शक्ल से' और 'रात-पाली' शीर्षक से तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।

हिंदी के अल्पचर्चित कवि। ‘क’ पत्रिका के संपादक।

मराठी कविता में मुक्तछंद के प्रणेता के रूप में प्रतिष्ठित कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

इस सदी में सामने आईं हिंदी कवयित्री।

नवें दशक के कवि। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित। जनवादी लेखक संघ से जुड़ाव।

‘जगत में मेला’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। बतौर अनुवादक भी उल्लेखनीय।

मराठी और अँग्रेज़ी भाषा के समादृत कवि। साहित्य अकादेमी से सम्मानित।

अभिनय के संसार से संबद्ध हिंदी कवयित्री और गद्य-लेखिका।

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