1937 | आँध्र प्रदेश
समानांतर कहानी आंदोलन के प्रमुख कहानीकार। संवेदात्मक कहानियों के लिए उल्लेखनीय।
समानांतर कहानी आंदोलन के प्रमुख कहानीकार। संवेदात्मक कहानियों के लिए उल्लेखनीय।
जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।
पास यहाँ से प्राप्त कीजिए