Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

ब्लेज़ पास्कल

1623 - 1662 | पेरिस

ब्लेज़ पास्कल की संपूर्ण रचनाएँ

उद्धरण 1

बल रहित न्याय असमर्थ है, न्यायरहित बल अत्याचार है।

  • शेयर
 

"अन्य" के और लेखक

 

Recitation