आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "the life of rao bahadur ranchorelala chhotalal cie bhagwanlal r badshah ebooks"
Doha के संबंधित परिणाम "the life of rao bahadur ranchorelala chhotalal cie bhagwanlal r badshah ebooks"
हम जांणयां था आप थे
हम जांणयां था आप थे, दूरि परै है कोइ।सुन्दर जब सद्गुरु मिल्या, सोहं-सोहं होइ॥
सुंदरदास
रामावर आराम में
रामावर आराम में, लखी परम अभिराम।भो हराम आराम सब, परो राम सों काम॥
राय देवीप्रसाद ‘पूर्ण’
सरस-सरस बरसत सलिल
सरस-सरस बरसत सलिल, तरस-तरस रहि बाम।झरस-झरस बिरहागि सों, बरस-बरस भे जाम॥
राय देवीप्रसाद ‘पूर्ण’
सुनि सुनि नवला रूप गुन
सुनि-सुनि नवला रूप गुन, करि दरसन अभिलास।सुर दारा छित जोवहीं, करि-करि गगन प्रकास॥
राय देवीप्रसाद ‘पूर्ण’
प्रिय सुकुमारि कुमारि हित
प्रिय सुकुमारि कुमारि हित, भय मय तिमिर बिचार।प्रेम विवश देवांगना, करहिं जगत उजियार॥
राय देवीप्रसाद ‘पूर्ण’
सारंग झरि सारंग रव
सारंग झरि सारंग रव, सुखद स्याम सारंग।विहरत बर सारंग मिलि, सरसत बरसा रंग॥
राय देवीप्रसाद ‘पूर्ण’
तिय तन लखि मोहित तड़ित
तिय तन लखि मोहित तड़ित, गति अद्भुत लखि जात।बार-बार लखि तिय छटा, छन प्रकाश रहि जात॥
राय देवीप्रसाद ‘पूर्ण’
तरनापो इउँही गइओ
तरनापो इउँही गइओ, लिइओ जरा तनु जीति।कहु नानक भजु हरि मना, अउधि जाति है बीति॥
गुरु तेग़ बहादुर
चिंता ताकी कीजिए
चिंता ताकी कीजिए, जो अनहोनी होइ।इह मारगु संसार को, नानक थिरु नहिं कोइ॥
गुरु तेग़ बहादुर
माया कारनि ध्यावहीं
माया कारनि ध्यावहीं, मूरख लोग अजान।कहु नानक बिनु हरि भजन, बिर्था जन्म सिरान॥
गुरु तेग़ बहादुर
नाम रहिओ साधू रहिओ
नाम रहिओ साधू रहिओ, रहिओ गुरु गोविंद।कहू नानक इह जगत में, किन जपिओ गुरु मंद॥
गुरु तेग़ बहादुर
जो उपजिओ सो विनसिहै
जो उपजिओ सो विनसिहै, परो आजु के काल।नानक हरि गुन गाइ ले, छाड़ि सकल जंजाल॥
गुरु तेग़ बहादुर
जगत भिखारी फिरत है
जगत भिखारी फिरत है, सब को दाता राम।कहु नानक मन सिमरु, तिह पूरन होवहिं काम॥
गुरु तेग़ बहादुर
जन्म-जन्म भरमत फिरिओ
जन्म-जन्म भरमत फिरिओ, मिटिओ न जम को त्रासु।कहु नानक हरि भजु मना! निर्भय पावहि बासु॥
गुरु तेग़ बहादुर
गुरु गोविंद गाइओ नहीं
गुरु गोविंद गाइओ नहीं, जनमु अकारथ कीन।कहु नानक हरि भजु मना, जिहि विधि जल कौ मीन॥
गुरु तेग़ बहादुर
जिउ स्वप्ना और पेखना
जिउ स्वप्ना और पेखना, ऐसे जग को जान।इन मैं कछु साचो नहीं, नानक बिन भगवान॥