आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sakshi kumar gaanv baramade vale chot marvade rasiya ladkiyon ki"
Doha के संबंधित परिणाम "sakshi kumar gaanv baramade vale chot marvade rasiya ladkiyon ki"
चित-चकमक पै चोट दै
चित-चकमक पै चोट दै, चितवन-लोह चलाइ।लगन-लाइ हिय-सूत में, ललना गई लगाइ॥
दुलारेलाल भार्गव
पर-राष्ट्रन-अरि-चोट
पर-राष्ट्रन-अरि-चोट तें, धन-स्वतंत्रता-कोट।तटकर-परकोटा बिकट, राखत अगम अगोट॥
दुलारेलाल भार्गव
सरस सुमिल चित-तुरंग की
सरस सुमिल चित-तुरंग की, करि-करि अमित उठान।गोइ निबाहैं जीतियै, खेलि प्रेम-चौगान॥
बिहारी
गाय की हत्या कहे
गाय की हत्या कहे, महिषी कहे अशुद्ध।एक हाड़ एक चाम है, एक दहि एक दूध॥
दरिया (बिहार वाले)
तुका सुरा नहिं शबद का
तुका सुरा नहिं शबद का, जहाँ कमाई न होय।चोट सहे घन की रे, हिरा नीबरे तोय॥
संत तुकाराम
लोभी के चित धन बैठे
लोभी के चित धन बैठे, कामिनि के चित काम।माता के चित पूत बैठे, तुका के मन राम॥
संत तुकाराम
रीझि चितै चित चकित ह्वै
रीझि चितै चित चकित ह्वै, रूप जलधि-सी बाल।वारत लाल तमाल दुति, अंक माल दै माल॥
बाल अली
दुष दै को न रुसाइये
दुष दै को न रुसाइये, कहत जान सुन मित्त।ये ते फूटे ना जुरैं, सीसा मुकता चित्त॥
जान कवि
एक चित्त कोउ एक बय
एक चित्त कोउ एक बय, एक नैह इक प्राण।एक रूप इक वेश ह्वै, क्रीड़त कुँवर सुजान॥
बाल अली
कोतवाल कौं पकरि के
कोतवाल कौं पकरि के, काठौ राख्यौ जूरि।राजा भाग्यौ गांव तजि, सुन्दर सुख भरपूरि॥
सुंदरदास
तरु ह्वै रह्यौ क़रार कौ
तरु ह्वै रह्यौ क़रार कौ, अब करि कहा क़रार।उर धरि नंद-कुमार कौ, चरन-कमल सुकुमार॥
मतिराम
ब्रजदेवी के प्रेम की
ब्रजदेवी के प्रेम की, बँधी धुजा अति दूरि।ब्रह्मादिक बांछत रहैं, तिनके पद की धूरि॥