आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "charchit kahaniyan joginder paul ebooks"
Doha के संबंधित परिणाम "charchit kahaniyan joginder paul ebooks"
तीय पाइल रवही तुम्हैं
तीय-पाइल-रवही तुम्हें, किय घाइल, रति-पाल!सुनि धुकार धों सानु की, ह्वै है कौन हवाल॥
वियोगी हरि
कल न परत पल एक हूँ
कल न परत पल एक हूँ, छाडै सास उपास।सुन्दर जागी ख़्वाब सौं, देखे तौ पिय पास॥
सुंदरदास
पल ही मैं मरि जात है
पल ही मैं मरि जात है, पल मैं जीवत सोइ।सुन्दर पारा मूरछित, बहुरि सजीवनि होइ॥
सुंदरदास
पल मैं कछुव न देखिये
पल मैं कछुव न देखिये, सुद्ध रहै आकाश।सुन्दर समरथ रामजी, उतपति करै रु नाश॥
सुंदरदास
नैन किलकिला पंख पल
नैन किलकिला पंख पल, थिरकि तरुणि तन ताल!निरखि पर्यो बिबि मीन तकि, फिर निकस्यौ न जमाल॥