आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "Synolone-n cream"
Doha के संबंधित परिणाम "synolone-n cream"
अङ्गहिं अङ्ग न मिलिउ
अङ्गहिं अङ्ग न मिलिउ हलि अहरेँ अहरु न पत्तु।पिअ जोअन्तिहे मुह-कमलु एम्वइ सुरउ समत्तु॥
हेमचंद्र
चित्ति विसाउ न चिंतियइ
चित्ति विसाउ न चिंतियइ, रयणायर गुण-पुंज।जिम जिम बायइ विहिपडहु, तिम नचिज्जइ मुंज॥
मुंज
कोप न करैं महान हिय
कोप न करैं महान हिय, पाय खलन तें दूख।लौन सींचि कर पीड़िए, तऊ मधुर रस ऊख॥
दीनदयाल गिरि
हरि गुण तोटि न आवई
हरि गुण तोटि न आवई, कीमति कहण न जाई।नानक गुरमुखि हरिगुण रवहि, गुण महि रहे समाई॥
गुरु अमरदास
जमला प्रीत न कीजिये
जमला प्रीत न कीजिये, काहू सों चित लाय।अलप मिलण बिछुड़न बहुत, तड़फ तड़फ जिय जाय॥
जमाल
मन अभिमान न कीजिए
मन अभिमान न कीजिए, भक्तन सो होइ भूलि।स्वपच आदि हूँ होइँ जो, मिलिए तिनसों फूलि॥
ध्रुवदास
विसना कदे न चुकई
विसना कदे न चुकई, जलदी करे पुकार।नानक बिनु नावै कुरूपि कुसोहणी, परहरि छोड़ी भतारि॥
गुरु अमरदास
लौनैं मुहँ दीठि न लगै
लौनैं मुहँ दीठि न लगै, यौं कहि दीनौ ईठि।दूनी है लागन लगी, दियैं दिठौना दीठि॥
बिहारी
कहि न सकत रसना कछुक
कहि न सकत रसना कछुक, प्रेम-स्वाद आनंद।को जानै ‘ध्रुव' प्रेम-रस, बिन बृंदावन-चंद॥
ध्रुवदास
धन पिवु एहि न आखिअन्हि
धन पिवु एहि न आखिअन्हि, व्हन्हि कइठे होइ।एक जोति दुइ मूरती, धन पिवु कहीऐ सोई॥
गुरु अमरदास
साकत सगो न भेटिये
साकत सगो न भेटिये, इंद्र कुबेर समान।सुंदर गनिका गुन भरी, परसत तनु की हान॥
हरीराम व्यास
नाह रिझावन हौं चहौं
नाह रिझावन हौं चहौं, रति मैं कहि प्रिय बैन।पै सखि! यह कैसे बनै, तन सुधि जबै रहै न॥
मोहन
रतन करहु उपकार पर
रतन करहु उपकार पर, चहहु न प्रति उपकार।लहहिं न बदलो साधुजन, बदलो लघु ब्यौहार॥
रत्नावली
जो जिण सो हउँ, सोजि हउँ
जो जिण सो हउँ, सोजि हउँ, एहउ भाउ णिभंतु।मोक्खहँ कारण जोइया, अण्णु ण तंतु ण मंतु॥
जोइंदु
उब्बस वसिया जो करइ
उब्बस वसिया जो करइ, वसिया करइ जु सुण्णु।वलि किज्जउँ तसु जोइयहिं, जासु ण पाउ ण पुण्णु॥
जोइंदु
नाह-नेह-नभ तें अली
नाह-नेह-नभ तें अली, टारि रोस कौ राहु।पिय-मुख-चंद दिखाहु प्रिय, तिय-कुमुदिनि बिकसाहु॥