सोरठा
अर्द्धसम मात्रिक छंद। विषम चरणों में तुक और ग्यारह-ग्यारह मात्राएँ और सम चरणों में तेरह-तेरह मात्राएँ। दोहे के चरण उलट देने से सोरठा बन जाता है।
रीतिकाल के नीतिकवि। हिंदी के पहले संबोधन काव्य के रचयिता। 'राजिया' को संबोधित सोरठों के लिए समादृत।
1535 -1655
हिंदूवादी कवि। महाराणा प्रताप की शौर्यगाथा ‘विरुद छहतरी’ के लिए स्मरणीय।
1549 -1600
बीकानेर नरेश के भाई और अकबर के दरबारी कवि। वीररस की कविताओं के लिए प्रसिद्ध।