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लुडविग विट्गेन्स्टाइन के उद्धरण

लोग इस हद तक धार्मिक होते हैं कि अपने आपको ‘रुग्ण’ तो मान लेंगे, परंतु ‘अपूर्ण’ नहीं मानेंगे।

अनुवाद : अशोक वोहरा