यू. आर. अनंतमूर्ति के उद्धरण
बुद्धि के तीक्ष्णता के स्पर्श के बिना; भाव मवाद बनता है, भाव के संपर्क के बिना बुद्धि राक्षस बन जाती है।
-
संबंधित विषय : बुद्धिजीवी