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गणेश देवी के उद्धरण

भारतीय साहित्य यह भी दिखाता है कि बिना सक्रिय आलोचना के भी बहुत महान साहित्य रचा जा सकता है, जैसा भक्ति साहित्य में दिखाई दिया।

अनुवाद : अवधेश त्रिपाठी