Font by Mehr Nastaliq Web

रवींद्रनाथ टैगोर के उद्धरण

भारत का लक्ष्य एक ऐसे मेज़बान जैसा हो गया है; जिसे अपने उन सभी मेहमानों को ख़ुश करना है, जिनकी आदतें तथा ज़रूरतें एक-सी नहीं हैं।

अनुवाद : साैमित्र मोहन