Font by Mehr Nastaliq Web

हारुकी मुराकामी के उद्धरण

अपना दिमाग़ खोलो। तुम क़ैदी नहीं हो। तुम सपनों के लिए आसमान खोजने वाले, उड़ान भरने वाले पक्षी हो।

अनुवाद : सरिता शर्मा