कोलकाता के रचनाकार
कुल: 26
लल्लू लाल जी
1763 - 1835
आरंभिक दौर के चार प्रमुख गद्यकारों में से एक। खड़ी बोली गद्य की आरंभिक कृतियों में से एक ‘प्रेमसागर’ के लिए उल्लेखनीय।