गोरखपुर के रचनाकार

कुल: 14

हिन्दी गद्य और आलोचना के अधिकारी विद्वान्। संतुलित आलोचक। 'हिन्दी का गद्य साहित्य' नामक कृति के लिए ख्यात।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए