भरतपुर के रचनाकार

कुल: 4

समादृत कवि। प्रगतिशील लेखक संघ से संबद्ध।

सुपरिचित आलोचक। अनुवादक और संपादक के रूप भी सक्रिय। समय-समय पर काव्य-लेखन भी। जनवादी लेखक संघ से संबद्ध।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक और अनुवादक। 'नूह की नाव' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

रीतिकालीन कवि गोकुलनाथ के शिष्य और महाभारत के भाषा अनुवादक।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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