अलवर के रचनाकार

कुल: 6

भक्तिकाल। संत गद्दन चिश्ती के शिष्य। लालदासी संप्रदाय के प्रवर्तक। मेवात क्षेत्र में धार्मिक पुनर्जागरण के पुरोधा।

'मत्स्य री मीरा' के रूप में प्रसिद्ध। रचनाओं के कथ्य और भाषा में सरलमना गृहस्थन की सी सरलता।

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