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समय स्वयं कहेगा

samay swayan kahega

अनुवाद : खड़कराज गिरी

वीरभद्र कार्कीढोली

अन्य

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वीरभद्र कार्कीढोली

समय स्वयं कहेगा

वीरभद्र कार्कीढोली

और अधिकवीरभद्र कार्कीढोली

    किवाड़ बन्द रहने दो अभी

    समय स्वयं ही खोलेगा

    उस किवाड़ को।

    खुला रहने दो किवाड़

    समय स्वयं ही ढँपेगा

    पुनः उस किवाड़ को।

    उस दीये को जलने दो उसी तरह

    समय स्वयं बुझाएगा

    समय आने पर

    पुनः उस दीये को।

    किवाड़ खुलने और ढँपने की बात

    मत पूछो, मत पूछो

    दीया जिस तरह जल रहा है

    इस वक्त

    इसकी रोशनी और सामर्थ्य इसके अन्दर का

    इस वक्त मत पूछो मुझसे—

    इसके अन्दर का सामर्थ्य

    समय आने पर

    पुनः समय स्वयं ही कहेगा, कहेगा...!

    स्रोत :
    • पुस्तक : इस शहर में तुम्हें याद कर (पृष्ठ 89)
    • रचनाकार : वीरभद्र कार्कीढोली
    • प्रकाशन : राजकमल प्रकाशन
    • संस्करण : 2016

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