ठीक-ठीक कितने वर्ष का था
धरती की आयु के बारे में सोचता
सड़क पर जा रहा था
सड़क से हट कर कुछ ही दूरी पर
सत्तर की आयु का एक बूढ़ा
बही-कटी धरती को देखता
चल रहा था
पेड़ काटते आदमी से आयु पूछी
पेड़ की आयु पता नहीं चली
चहकती-फुदकती चिड़िया की आयु का प्रश्न उठे
इससे पहले वह उड़ गई
भुतहे कुएँ में
डरते-डरते झाँका और
उसकी आयु के बारे में सोचता-सोचता
दूर निकल गया
नदी से उसकी आयु पूछना भूल
रेते से भरे ट्रक में बैठ कर
शहर आ गया
शहर की आयु पूछी तो
सुस्ताने के लिए बाग़ में गया
बाग़ में प्रेम करते स्त्री-पुरुष ने
गुलाब के दो फूल तोड़े
प्रेम और फूल की आयु के बारे में सोचता हुआ
बाग़ से निकल गया
उस समय मैं ठीक-ठीक कितने वर्ष का था
- पुस्तक : कोई मेरी फ़ोटो ले रहा है (पृष्ठ 47)
- रचनाकार : रामकुमार तिवारी
- प्रकाशन : सूर्य प्रकाशन मंदिर
- संस्करण : 2008
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