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मेरी शा ’इरी

meri sha ’iri

अनुवाद : सुरेश सलिल

नाज़िम हिकमत

अन्य

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नाज़िम हिकमत

मेरी शा ’इरी

नाज़िम हिकमत

और अधिकनाज़िम हिकमत

    चाँदी की काठी वाला घोड़ा नहीं है मेरे पास सवारी के लिए

    नहीं है गुज़ारे के लिए कोई विरासत

    ज़र ज़मीन

    कुल जमा शहद की एक हाँडी है मेरे पास

    आग की लपटों जैसे शहद की हाँडी।

    मेरा शहद ही मेरा सब कुछ है।

    सभी क़िस्म के कीड़े-मकोड़ों से

    हिफ़ाज़त करता हूँ मैं अपने ज़र-ज़मीन—

    मेरा मतलब; अपनी शहद की हाँडी की।

    ज़रा ठहरो, बिरादर...

    मेरी हाँडी में जब तक शहद है

    टिंबकटू से भी आएँगी

    ममाखियाँ उसके पास।

    स्रोत :
    • पुस्तक : देखेंगे उजले दिन (पृष्ठ 31)
    • रचनाकार : नाज़िम हिकमत
    • प्रकाशन : मेघा बुक्स
    • संस्करण : 2003

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