प्रस्तुत पुस्तक तरंगवती लुप्त हुई पादलिप्तार्चायकृत प्राकृत तरंगवती कथा का एक प्राचीन संक्षेप तरंगलोला का अनुवाद हरिबल्लभ भयाणी के गुजराती अनुवाद से हिंदी अनुवाद किया गया है।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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