लेखक की ये कहानियाँ सामाजिक धरातल से जुड़ी हुई कहानियाँ हैं। जिसमें समाज की पीड़ा, व्यथा और आत्मबोध है। सामाजिक चेतना और आत्ममंथन है जो समाज का ही एक आइना है। जिसमें समाज में घटित घटनाओं का बिना किसी भेदभाव, द्वेष एवं नि:स्वार्थ भावना से किया गया चित्रण है।