Font by Mehr Nastaliq Web

तिरुवन्नामलई के रचनाकार

कुल: 2

दक्षिण भारत के समादृत योगी, दार्शनिक और संस्कृत काव्यशास्त्री। शिव अद्वैत में योगदान।

समादृत भारतीय संत, जीवन-मुक्त और दार्शनिक। 'मैं कौन हूँ?' के आत्म-अन्वेषण मार्ग के प्रतिपादक।