छपरा के रचनाकार

कुल: 4

भक्तिकाल के संत कवि। आत्महीनता, नाम स्मरण, विनय और आध्यात्मिक विषयों पर कविताई की। 'निज' की पहचान पर विशेष बल दिया।

समादृत कथाकार। अपने जनवादी कथा-साहित्य के लिए प्रतिष्ठित।

नई पीढ़ी के कवि। 'इस कविता में प्रेमिका भी आनी थी' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

टीकाकार और भक्त कवि।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए